नई दिल्ली, 18 अक्टूबर महंगाई के मोर्चे पर राहत देने वाली खबर है। खुदरा और थोक महंगाई दर के बाद कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई (मुद्रास्फीति) सितंबर महीने में घटकर क्रमशः शून्य से 0.07 फीसदी नीचे और 0.31 फीसदी रह गई हे। ये अगस्त में क्रमशः 1.07 फीसदी और 1.26 फीसदी रही था।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि सितंबर महीने में कृषि श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-एएल) 0.11 अंक घटकर 136.23 रह गया। इस दौरान ग्रामीण श्रमिकों का सूचकांक (सीपीआई-आरएल) भी 0.18 अंक घटकर 136.42 के स्तर पर पहुंच गया। अगस्त में सीपीआई-एएल 136.34 अंक और सीपीआई-आरएल 136.60 अंक रहे थे। कृषि मजदूरों के लिए खाद्य सूचकांक में 0.47 अंक और ग्रामीण मजदूरों के लिए 0.58 अंक की कमी आई है। मंत्रालय ने कहा, ”सितंबर में खाद्य मुद्रास्फीति कृषि मजदूरों के लिए शून्य से 2.35 फीसदी नीचे और ग्रामीण मजदूरों के लिए शून्य से 1.81 फीसदी नीचे रही है।”