बिलासपुर । भारत की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनियों में से एक साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल), जो कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक इकाई है, ने ‘स्पेशल कैंपेन 5.0’ के तहत एक बड़े पैमाने पर स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन अभियान की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य कार्यस्थलों पर स्वच्छता को बढ़ावा देना, डिजिटल गवर्नेंस को सशक्त करना और अपशिष्ट के सतत एवं जिम्मेदार निपटान को सुनिश्चित करना है। इस अभियान के तहत एसईसीएल द्वारा छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के खनन क्षेत्रों, कार्यशालाओं, कार्यालयों और आवासीय परिसरों सहित 203 स्थानों पर फैले 37 लाख वर्गफीट क्षेत्र में सफाई, सुव्यवस्था और सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है।
यह अभियान भारत सरकार की स्वच्छता और सुशासन की पहल के अनुरूप संचालित किया जा रहा है। अभियान के मुख्य फोकस क्षेत्रों में गहन स्वच्छता गतिविधियाँ, लगभग 3,000 मीट्रिक टन कबाड़ सामग्री का सुरक्षित एवं पर्यावरण अनुकूल निपटान, और 8,500 से अधिक फाइलों (भौतिक एवं ई-फाइलों) की व्यापक समीक्षा शामिल है, जिससे प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि हो सके। साथ ही 2,700 सत्यापित ई-फाइलों को बंद कर दस्तावेजी प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया जाएगा।एसईसीएल अपने कर्मचारियों को “बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट” जैसे नवाचारपूर्ण विचारों को अपनाने के लिए भी प्रेरित कर रहा है, ताकि संसाधनों का रचनात्मक एवं सतत उपयोग सुनिश्चित हो सके।
यह पहल एसईसीएल के प्रमुख संचालन क्षेत्रों — बिलासपुर, कोरबा और रायगढ़ — में सक्रिय रूप से लागू की जा रही है, जहाँ टीमें कोयला क्षेत्र में पर्यावरणीय और प्रशासनिक उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान न केवल स्वच्छता और डिजिटल दक्षता को संस्थागत रूप देने की दिशा में एक कदम है, बल्कि इसका उद्देश्य कार्यस्थलों को अधिक स्वच्छ, हरित और उत्पादक बनाना भी है। स्पेशल कैंपेन 5.0 का क्रियान्वयन चरण 31 अक्टूबर तक चलेगा, जिसका दीर्घकालिक लक्ष्य सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता और कुशल प्रशासन की संस्कृति को स्थायी रूप से स्थापित करना है।