फ़ोन पे गूगल पे ने लिया चार्ज

Posted on: 2024-09-23


यूपीआई एक पॉपुलर ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म है। लेकिन पिछले कुछ वक्त से ऑनलाइन पेमेंट पर चार्ज लगाने की बात हो रही है। भारत में यूपीआई पेमेंट के लिए सबसे ज्यादा गूगल पे और फोनपे ऐप का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर यूपीआई पेमेंट पर चार्ज लगाया जाता है, तो फोनपे और गूगल पे करने पर एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा। अगर यूपीआई पेमेंट पर चार्ज लगाया जाता है, तो क्या होगा? इसे लेकर एक सर्वे किया गया है, जिसमें चौकाने वाले खुलासे किये गये हैं।

 

75 फीसद लोगों के यूपीआई छोड़ने की उठी बात
सर्वे के मुताबिक अगर यूपीआई पेमेंट पर चार्ज लगाया जाता है, तो करीब 75 फीसद लोग यूपीआई पेमेंट करना छोड़ देंगे। इस सर्वे को लोकलसर्किल की ओर से किया गया है। लोकलसर्किल की तरफ से 6 माह में सर्वे को किया गया है, जिसमें करीब 44,000 लोगों ने जवाब दिया है। इसे देश की 325 जिलों में किया गया है। इस सर्वे में केवल 22 फीसद लोगों का कहना है कि वो एक्स्ट्रा चार्ज देने बावजूद यूपीआई पेमेंट का इस्तेमाल करेंगे।

एम डी आर चार्ज लगाने की हो चुकी है मांग
देश के कई पॉपुलर पेमेंट ऐप सरकार से यूपीआई पेमेंट पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एम डी आर) वसूलने की बात कह चुके हैं। अगर दूसरे शब्दों में कहें, तो जैसे डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से पैसे लिये जाने पर कारोबारियों से चार्ज वसूला जाता है, जो चार्ज कारोबारी ग्राहकों पर डाल देते हैं। ऐसे ही अगर यूपीआई पेमेंट पर चार्ज वसूला जाता हैं, तो कारोबारी इसका बोझ ग्राहकों पर डाल सकते हैं।

क्या एम डी आर चार्ज?
मर्चेंट डिस्काउंट रेट यानी एम डी आर एक फीस है, जिसे मर्चेंट और बिजनेस ओनर से डिजिटल मोड से पैसे वसूलने पर चार्ज किया जाता है। कई फर्म जैसे अमेजन की तरफ से यूपीआई पेमेंट पर एम डी आर चार्ज वसूलने की वकालत कर चुकी हैं।